Monday, November 25, 2019

क़ुरान जलाने को लेकर पाक ने नॉर्वे को किया आगाह: पाँच बड़ी ख़बरें

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा है कि उन्होंने नॉर्वे के राजदूत को समन भेजकर क़ुरान जलाए जाने को लेकर विरोध जताया है.
नॉर्वे के कृस्चनस्टैड शहर में इस्लाम विरोधी रैली में क़ुरान को अपवित्र करने का मामला सामने आया था. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अपने बयान में कहा है, ''पाकिस्तान इसकी कड़ी भर्त्सना करता है. ऐसी चीज़ें बार-बार दोहराई जा रही हैं. ऐसी हरकतों से दुनिया भर में बसे 1.3 अरब मुसलमानों की भावना आहत हुई है और इनमें पाकिस्तानी भी शामिल हैं. ऐसी हरकतों को अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर स्वीकार नहीं किया जाएगा.''
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले हफ़्ते नॉर्वे में जिस व्यक्ति ने ऐसा किया है उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाए. पाकिस्तान में इसे लेकर कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे. सोशल मीडिया पर वो वीडियो वायरल हो गया था जिसमें दिख रहा है कि एक व्यक्ति क़ुरान को जलाने की कोशिश कर रहा है.
इस वीडियो में एक मुसलमान युवक कूदकर उसे ध
नॉर्वे में 16 नवंबर को 'नॉर्वे का इस्लामीकरण रोको' नाम की एक रैली हुई थी. इसी रैली में हाथापाई हो गई और इसी दौरान एक व्यक्ति ने क़ुरान जलाने की कोशिश की थी. बाद में यह रैली हिंसक हो गई.
वीडियो में क़ुरान जलाने की कोशिश जो व्यक्ति कर
आज सबकी नज़रें फिर महाराष्ट्र की सियासत पर होंगी. भारतीय सुप्रीम कोर्ट आज कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना की उस याचिका पर फ़ैसला सुना सकता है जिसमें देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को चुनौती दी गई है. सुप्रीम कोर्ट में सुबह 10.30 बजे से इस याचिका पर फिर सुनवाई होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को दो चिट्ठियां पेश करने को कहा है. पहली चिट्ठी, अजित पवार की ओर से एनसीपी का समर्थन बीजेपी को देने का वादा और दूसरी देवेंद्र फडणवीस की ओर से सरकार बनाने के दावे से जुड़ी है. अदालत ने इसके लिए 10.30 बजे तक का समय तय किया है.
ये दोनों चिट्ठियां इस मामले में बेहद अहम हैं क्योंकि इसके बाद ही शीर्ष अदालत शिव सेना-एनसीपी-कांग्रेस की ओर से 24 घंटे के भीतर फ़्लोर टेस्ट कराने की साझा अर्ज़ी पर फ़ैसला लेगी.
उधर सोमवार देर रात देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी नेता अजित पवार के बीच मुलाक़ात हुई.
रहा है वो स्टॉप इस्ला
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है, ''बेहद निंदनीय हरकत को बहादुरी से रोकने के लिए इलियास को सलाम. इस तरह के इस्लामफ़ोबिया ग्रस्त उकसावे से नफ़रत और अतिवाद को ही बढ़ावा मिलेगा. सभी धर्मों का आदर होना चाहिए. इस्लामफोबिया वैश्विक शांति और सद्भावना के लिए ख़तरा है.''
माइजेशन ऑफ नॉर्व का ही नेता है. उनका नाम है लार्स थॉर्सन. इस रैली के बाद नॉर्वे के मुस्लिम नेताओं ने 'स्टॉप इस्लामाइजेशन ऑफ नॉर्व' को लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी. नॉर्वे टुडे के अनुसार इस धड़े ने पहले ही क़ुरान जलाने की घोषणा कर दी थी. हालांकि पुलिस ने इसे लेकर चेताया था.
नॉर्वे टुडे से मुस्लिम यूनियन यूथ के नेता उमर सादिक़ ने कहा, ''लार्स को जो करना था उसे कर दिखाया. उसने पुलिस को धोखा दिया है. लार्स ने ऐसा कर तनाव पैदा किया है.'' उधर पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता आसिफ़ ग़फ़ूर ने उस वीडियो को ट्वीट कर मुस्लिम युवक की तारीफ़ की है जिसने क़ुरान को जलने से बचाने की कोशिश की.
क्का देता दिख रहा है और वो उसे ऐसा करने से रोकने की कोशिश कर रहा है. उस युवक की चौतरफ़ा प्रशंसा हो रही है.
पाकिस्तान में उस मुस्लिम युवक को किसी हीरो की तरह देखा जा रहा है. पाकिस्तान ने नॉर्वे से कहा है कि वो भविष्य में ऐसी घटनाओं के साथ सख़्ती से निपटे. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा है कि नॉर्वे में पाकिस्तान के राजदूत से कहा गया है कि वो अपना विरोध नॉर्वे की सरकार के सामने दर्ज कराएं.

Monday, November 4, 2019

بما تشعر عندما ترافق السجناء إلى حبل المشنقة لمدة 40 عاما؟

في عام 1981 بدأت راهبة كاثوليكية في سنغافورة تبادل رسائل مع سجينة تواجه حكم الإعدام، وهو الأمر الذي استمر 7 سنوات.
الراهبة هي غيرارد فيرنانديز والسجينة هي تان موي تشو، وكانت طالبة سابقة لدى الراهبة وحكم عليها بالإعدام في واحدة من أكثر الجرائم وحشية في البلاد.
كانت الراهبة تعرفها باسم كاثرين "الطفلة الرقيقة البسيطة" التي تنحدر من عائلة متدينة، وكانت تحضر في مدرسة الدير.
وقد أدينت تان وزوجها أدريان ليم وعشيقته هو كاه هونغ بممارسة قتل طقسي بحق طفلين صغيرين.
وقالت الراهبة التي تبلغ من العمر الآن 81 عاما: "لقد ارتكبت ذنبا كبيراً، كنت حزينة في البداية عندما عرفت الخبر، ولكن كان علي رؤيتها".
وعلى مدار سنوات ظلت الأخت غيرارد تزور تان في السجن، وغالبا ما كانت تقضي الليالي الطويلة معها في الصلاة، مما سمح لهما بالتواصل مجددا، وبناء تفاهم عميق.
وتقول الأخت غيرارد: "كنت هناك لدعم كاثرين وهي
وتقول الراهبة: "إن كل شخص في السجن يستحق الموت بكرامة بصرف النظر عن الإثم الذي اقترفه".
وتضيف: "في يومها الأخير ارتدت تان فستانا أزرق وحذاء مناسبا له، وكانت هادئة للغاية، وسرنا معا متشابكي الأيدي حتى حبل المشنقة".
وغن
وقالت الراهبة : "ليس حكم الإعدام بالأمر الذي يتقبله المرء بسهولة، فالأمر يستغرق وقتا لتقبل هذا المصير، وبالطبع يكون هناك الكثير من الألم".
وتواصل الراهبة هذا العمل مع السجينات اللائي يواجهن الإعدام منذ 40 عاما وهي تعتقد أن ذلك جزء من دورها كراهبة.
وتقول: "إن السجينة التي تواجه عقوبة الإعدام تحتاج دعما ذهنيا وعاطفيا وروحيا، وأريد مساعدتها بجعلها تفهم أنه عندما تتوب وتطلب المغفرة ستذهب إلى مكان أفضل".

"ميزة عظيمة"

بعد ذلك بسنوات عدة نادى أحد السجناء على الراهبة من نافذة زنزانته وقال إن وجودي يشعره بالراحة، وطلب رؤيتي في اليوم السابق لتنفيذ حكم الإعدام به.
وتعتبر الأخت غيرارد أن السير مع السجناء إلى حبل المشنقة "شرف عظيم".
وقالت: "لاشك أنه أسمى درجات الحب والثقة أن يسمح لي شخص بمشاركة آلامه والدخول إلى قلبه في لحظاته الأخيرة".
ت الراهبة حينئذ الترنيمة المفضلة لتان وهي "كم أنت عظيم"، وهما تدخلان غرفة الإعدام.
وقالت الراهبة: "سمعتها تصعد سلم المشنقة، وسمعت صوت باب الفتحة تحت قدميها يفتح وأدركت في تلك اللحظة أن كاثرين رحلت".

40 عاما من السير للمشنقة

ولا يبعد سجن شانغي الذي أعدمت فيه تان كثيرا عن مطار سنغافورة الفاخر، ويقع في شمال شرق مدينة سنغافورة، ويوجد به أخطر المجرمين وأولئك الذين يواجهون عقوبة الإعدام.
وتان موي تشو واحدة من 18 سجينة سارت معهن الأخت غيرارد إلى حبل المشنقة.
علمت أن بوسعها التحدث إلي، وهو الأمر الذي حررها من سجنها الذهني".